Patna: पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन (teacher candidates) में सोमवार को एडीएम की ओर से किये गये तिरंगे के अपमान और अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) ने कहा है कि जो तस्वीरें सामने आई हैं वह बेहद दुखद है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में हमने पटना के डीएम से बात की है और तत्काल जांच टीम गठित कर दोषी अधिकारी के ऊपर एक्शन लेने को कहा है। इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कहा कि जब शिक्षक अभ्यर्थी हर दिन मुझसे मुलाकात कर रहे हैं तो उन्हें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं थी वह खुद रोजगार के हिमायती रहे हैं और रोजगार उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है। लिहाजा थोड़े दिन धैर्य से काम लें। नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
जाँच कमेटी का गठन
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि पटना के जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत की। जिलाधिकारी ने पटना सेंट्रल एसपी और डीडीसी के नेतृत्व में एक जाँच कमेटी का गठन किया। यह पूछा कि एडीएम ने अभ्यर्थियों पर खुद लाठीचार्ज क्यों किया? ऐसी क्या नौबत थी? तेजस्वी ने कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है बिहार में सातवें चरण की शिक्षक बहाली की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार को प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतरे। प्रदर्शन को नियंत्रण में करने के लिए प्रशासन ने सख्त रूप अपनाया। प्रदर्शन के दौरान मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात पटना के एडीएम के के सिंह ने एक अभ्यर्थी की जमकर लाठी से पिटाई कर दी। वह अपने हाथों में तिरंगा लिए हुआ था, क्योंकि तिरंगा देख एडीएम उन्हें पिटाई नहीं करें लेकिन एडीएम लगातार लाठियां बरसाते रहे। कई लाठी तिरंगा पर भी आ गिरी। ऐसे में कहा जाने लगा है कि एडीएम ने तिरंगा का अपमान किया है। एडीएम की इस कार्रवाई से पटना प्रशासन पर सवाल उठने लगे है। जिसे गंभीरता से लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया।