Patna: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) केंद्र सरकार को नौकरी और रोजगार के मुद्दे पर घेरते रहे हैं। इस बीच, उन्होंने शुक्रवार को रोजगार के मुद्दे पर एक बार फिर केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए पीएम का फुलफॉर्म ‘प्राइम मैनेजर’ (PM’s full form is ‘Prime Manager’) बताया है।
इधर, भाजपा ने भी यादव से पूछा है कि किस कैबिनेट की बैठक में बिहार के 10 लाख लोगों को नौकरी दी जाएगी।
राजद के नेता ने शुक्रवार की सुबह ही केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर नौकरियों को लेकर कहा कि बिहार में शिक्षक बहाली के दूसरे चरण में 70,000 शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 1,70,461 से अधिक शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है।
उन्होंने आगे तंज कसते हुए लिखा कि हम लोग इवेंट के पीएम (प्राइम मैनेजर) नहीं बल्कि जो कहते हैं उसे धरातल पर उतारते हैं। बिहार में बहार नौकरियाँ अपार।
तेजस्वी यादव के इस कटाक्ष के बाद भाजपा ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी और प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि अभी तक तो वही परीक्षा ली जा रही है, जो एनडीए सरकार में तैयारी कर ली गई थी।
उन्होंने तेजस्वी यादव से पूछा कि चुनाव में तो पहली कैबिनेट की बैठक में ही 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी का वादा किया था।
पूर्व विधायक ने तंज कसते हुए कहा कि अब तक तो कैबिनेट की कई बैठकें हो गई, आखिर वह बैठक कब होगी, जिसमे 10 लाख नौकरी देने पर हस्ताक्षर होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है। महिला आरक्षण बिल इसका सबसे ताजा उदाहरण है। इस बिल को कितने दिन तक पास नहीं होने दिया, याद कर लीजिए। (Input-IANS)