देवघर : देवघर एम्स का ओपीडी बनकर पूरी तरह तैयार है, जो कभी भी शुरू हो सकता है। देवघर एम्स ओपीडी के शुरू होते ही संताल परगना के सभी जिला सहित बिहार के सीमावर्ती जिला, कोयलाचंल के धनबाद, बोकारो और सीमावर्ती जिला गिरिडीह के लोगों को बहुत राहत होगी।
कोविड के समय में अधिकतर सरकारी अस्पतालों में संक्रमित मरीजों की ही भीड़ हो रही है। ऐसे में यहां ओपीडी शुरू होते ही सामान्य मरीजों को राहत होगी। ओपीडी निर्माण करनेवाली एजेंसी एनबीसीसी ने एम्स प्रबंधन को ओपीडी हैंड ओवर कर दिया है। एम्स प्रबंधन ने ओपीडी में सारे इक्विपमेंट भी शिफ्ट कर दिये हैं। वहीं, देवघर एम्स के निदेशक डॉक्टर सौरव वार्ष्णेय ने स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार को पत्र भेजकर देवघर एम्स के ओपीडी के विधिवत उद्घाटन की तिथि तय करने के लिए पत्र भेज दिया है।
एम्स में गैर कोविड मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया जाएगा। प्रत्येक दिन 80 से 100 मरीजों को एम्स के चिकित्सक परामर्श देंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एम्स ओपीडी का विधिवत उद्घाटन करने की जब तिथि देगा तब यह जनहित में शुरू हो जाएगा। ओपीडी में चिकित्सीय परामर्श मिलने के बाद दवा भी परिसर में ही मिल जाएगी। यह रियायत दर पर मिलेगी।
मरीजों को रियायत दर पर मिलेंगी दवाइयां :
एम्स परिसर में भारत सरकार का उपक्रम अमृत फार्मेसी का स्थान निर्धारित कर दिया गया है। मरीज को बाहर कहीं नहीं जाना होगा। मरीजों को भारत सरकार द्वारा अमृत फार्मेसी के माध्यम से रियायत दर पर दवाइयां ओपीडी परिसर में ही मिलेंगी। अमृत फार्मेसी के साथ एम्स प्रबंधन का एमओयू भी कर लिया गया है। अमृत फार्मेसी के स्टोर सेंटर का स्थल चयन कर तैयारी पूरी कर ली गयी है।
20 विशेषज्ञ डॉक्टर देंगे सेवा
आयुष बिल्डिंग में तैयार इस ओपीडी में कुल 20 विशेषज्ञ डॉक्टर सेवा देंगे। मरीजों को नियमित रूप से चेकअप कर संबंधित इलाज किया जायेगा। ओपीडी में कुल 40 कमरे हैं। मरीजों के बैठने के लिए वेटिंग हॉल में शौचालय व सेंट्रलाइज्ड एसी लगे हैं। वेटिंग हॉल में एक साथ 80 रोगियों के बैठने की क्षमता है। परिसर में मरीज के परिजनों के भी बैठने की सुविधा है। ओपीडी तक आने के लिए कैंपस में नयी सड़क तैयार की गयी है।
मंगलवार से टेलीमेडिसिन की सुविधा शुरू
मंगलवार से एम्स के चिकित्सकों की टीम टेलीमेडिसिन की भी सुविधा देगी। ऐसे तो यह सोमवार से ही शुरू हो जाना था। तकनीकी कारणों से नहीं हो सका। एम्स ने तो अपनी पूरी तैयारी कर ली थी, नंबर भी प्रशासन को मुहैया करा दिया था। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोडल पदाधिकारी को नामित कर उनका नंबर जारी नहीं किया जा सका। यही नोडल अधिकारी एम्स के साथ समन्वय बनाने का काम करेंगे। क्योंकि टेलीमेडिसिन की सुविधा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज को दी जाएगी। जैसे ही उनको अस्पताल या अन्य सुविधा की जरूरत होगी तो टेलीमेडिसिन की सुविधा दे रहे चिकित्सक उनको नोडल पदाधिकारी का नंबर देंगे जो घर से बाहर की सुविधा मुहैया कराएंगे।
एम्स का ओपीडी पूरी तरह तैयार
एम्स देवघर के डायरेक्टर सौरव वार्ष्णेय ने कहा कि एम्स का ओपीडी तैयार है। सारी तैयारी कर ली गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से के ओपीडी के उद्घाटन की तारीख मांगी गयी है। उनकी सहमति मिलने के बाद यहां सेवा बहाल हो जाएगी। प्रतिदिन गैर कोविड 80 से 100 मरीजों को कोविड गाइड लाइन को फॉलो करते हुए चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा। भारत सरकार के उपक्रम अमृत फार्मेसी के लिए परिसर में ही जगह चिन्हित है, वहां मरीजों को चिकित्सक द्वारा लिखे पुर्जा की दवा रियायत दर पर मिलेगी। अभी मरीज को भर्ती नहीं किया जाएगा। केवल परामर्श दिया जाएगा। टेलीमेडिसिन भी मंगलवार से शुरू हो जाएगी।
3 मई को होना था उद्घाटन
मधुपुर उपचुनाव के मद्देनजर चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से देवघर एम्स की ओपीडी के उद्घाटन का प्रस्ताव एम्स प्रबंधन ने 3 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार को दिया था। लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उद्घाटन का कार्यक्रम टल गया। अब फिर से प्रबंधन ने नयी तिथि तय कर ओपीडी का उद्घाटन करने के लिए समय मांगा है। तिथि मिलते ही ओपीडी सेवा की शुरुआत हो जाएगी।