Ranchi: सातवीं से दसवीं झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन जारी है । इसी आंदोलन की कड़ी में बुधवार को अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास घेराव की कोशिश की। लेकिन पुलिस की पुख्ता व्यवस्था होने के कारण उन्हें मोरहाबादी मैदान के पास रोक लिया गया। यहां अभ्यर्थी धरने पर बैठ गए और जमकर सरकार और जेपीएससी के खिलाफ नारेबाजी की।
दूसरी ओर पुलिस ने शिबु सोरेन के आवास के पास से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी। मौके पर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था। पुलिस के कई अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। अभ्यर्थियों की मांग है कि या तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद उनके पास आए और जेपीएससी में सामने आई गड़बड़ियों पर खुलकर अभ्यर्थी उनसे टेबल टॉके करेंगे। मुख्यमंत्री को जेपीएससी की गड़बड़ियों से उन्हें अवगत करायेंगे।
इससे पहले जेपीएससी अभ्यर्थी लगातार हेमंत सोरेन हाय हाय के नारे लगा रहे थे। मोरहाबादी के बापू वाटिका से अभ्यर्थियों की टीम मुख्यमंत्री आवास की ओर मानव श्रृंखला बनाकर आगे बढ़ रही थी। मुख्यमंत्री आवास घेराव के लिए कतार में सबसे आगे महिलाओं ने कमान संभाली रखी थी। एक-दूसरे का हाथ पकड़कर महिलाएं मानव श्रृंखला बनाकर आगे बढ़ रही थीं। उसके पीछे पुरूषों की भी लंबी लाइन थी।
अभ्यर्थियों ने जेपीएससी हाय हाय,जेपीएससी चोर है, जेपीएससी पीटी परीक्षा रद्द करो के जमकर नारे लगा रहे थे।
आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थी की बिगड़ी तबीयत
दूसरी ओर पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे जेपीएससी पीटी परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी गुलाम हसन की हालत गंभीर हो गई हैं। बीते सोमवार से गुलाम हसन जेपीएससी को भंग करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे। गुलाम हसन ने अपने अनशन की शुरुआत जेपीएससी भवन के सामने की थी। लेकिन सोमवार को ही देर रात पुलिस प्रशासन द्वारा बलपूर्वक हटा देने के बाद उन्होंने अपना अनशन बापू वाटिका के समक्ष जारी रखा।
इसी बीच गुलाम की जांच के लिए मेडिकल टीम भी बापू वाटिका पहुंची। जांच के बाद मेडिकल टीम ने गुलाम को अस्पताल ले जाकर इलाज करने पर जोर दिया। जिसके बाद गुलाम और उनके साथियों ने अस्पताल जाने से इनकार करते हुए कहा कि जो भी इलाज करना है वह अनशन स्थल पर ही किया जाये। इसके बाद मेडिकल टीम ने कहा कि अनशन स्थल पर इलाज करने के लिए उन्हें मजिस्ट्रेट से परमिशन लेनी होगी। गुलाम की जांच के बाद प्राथमिक उपचार करते हुए मेडिकल टीम चली गई।
उल्लेखनीय है कि बीते 23 नवंबर को जेपीएससी कार्यालय घेराव करने जा रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया था। जिसका काफी विरोध भी हुआ था। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी भी घायल हुए थे। बाद में भाजपा ने इसे लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था, और जेपीएससी अध्यक्ष और एसएसपी को राजभवन तलब किया गया था।