Ranchi: झारखंड में कायम राजनीतिक अनिश्चितता के बीच सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों का कुनबा शाम चार बजकर चालीस मिनट पर स्पेशल फ्लाइट से रायपुर के लिए रवाना हो गया है। इस कुनबे में यूपीए के 32 विधायक शामिल हैं। इनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी रवाना हुए हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर इन्हें इंडिगो की स्पेशल फ्लाइट पर बिठाकर खुद अपने आवास लौट आये हैं। मुख्यमंत्री सहित उनके कैबिनेट में शामिल ज्यादातर मंत्री रांची में ही रुके हैं। सीएम ने आगामी 1 सितंबर को रांची में कैबिनेट की बैठक बुलाई है, जिसमें ताजा राजनीतिक हालात के मद्देनजर अहम फैसले लिये जा सकते हैं।
माना जा रहा है कि यूपीए ने यह कदम भाजपा की ओर से हॉर्सट्रेडिंग की आशंकाओं को देखते हुए किया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक दिन पहले रांची में मीडिया से बातचीत में केंद्र की भाजपा सरकार पर सभी गैर भाजपाई सरकारों को परेशान करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त के साजिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि इन व्यापारियों का खरीद-फरोख्त के सिवा कोई दूसरा काम ही नहीं है। पर हम इन व्यापारियों को जवाब देंगे।
बताया जा रहा है कि झारखंड के यूपीए विधायकों का कुनबा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेफेयर नामक आलीशान रिसॉर्ट में अगले कुछ दिनों तक वहीं रहेगा। इस कुनबे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 19, कांग्रेस के एक और राजद के एक विधायक हैं।
जिस रिसॉर्ट में इन विधायकों के रुकने का इंतजाम किया गया है, वह नवा रायपुर में स्थित है। फिलहाल कांग्रेस की तरफ से वहां फिलहाल 24 कमरे बुक कराए जाने की सूचना है। बताया जा रहा है कि विधायकों की सहूलियत के अनुसार कुछ और कमरे बुक कराये जा सकते हैं। यह रिसॉर्ट अपने चार स्वीमिंग पूल के लिए जाना जाता है।
इसके कमरों का किराया 35 सौ से 35 हजार तक बताया जाता है। रिसॉर्ट की सुरक्षा में आईपीएस और डीएसपी स्तर के दर्जन भर अधिकारियों की तैनाती की सूचना है। अफसरों की तैनाती को लेकर एसपी ने बकायदा पत्र भी जारी किया है। रिसॉर्ट के कमरों को दो दिन पहले ही खाली करा लिया गया था। यहां रह रहे मेहमानों को सोमवार को ही दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था।