Ranchi: झारखंड विधानसभा रबीन्द्र नाथ महतो ने शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में आगामी बजट सत्र को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विभिन्न दलों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। बैठक में हेमंत सोरेन, आलमगीर आलम, सत्यानन्द भोक्ता, सरयू राय, विनोद कुमार सिंह आदि शामिल हुए। इसमें बजट सत्र के विभिन्न कार्य दिवसों पर चर्चाएं हुई।
स्पीकर ने बताया कि सत्र के दौरान कुल 17 कार्यदिवसों होंगे, इसे बेहतर ढंग से संचालित कर राज्य की जनता का हित साधने में सभी दलों से सहयोग अपेक्षित है। सरहुल त्योहार के संबंध में भी विमर्श हुआ कि त्योहार कार्यदिवस में पड़ रहा है। इस संबंध में कार्यमंत्रणा की बैठक में निर्णय लिया जायेगा। बैठक के उपरांत अध्यक्ष ने नये पदाधिकारी दीर्घा का निरीक्षण भी किया। इसके बाद अध्यक्ष ने विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ भी बजट सत्र को लेकर बैठक की।
रबीन्द्र नाथ महतो ने राज्य के मुख्य सचिव सहित अन्य विभागों के वरीय पदाधिकारियों को से कहा कि बजट सत्र के तीन दिन पूर्व यह बैठक इसलिए बुलाई गई है कि आप सभी सत्र के सुचारू संचालन के लिए अपनी तैयारियां पूर्ण कर लें। ध्यान रहे कि जो भी विधेयक विधान सभा के पटल पर लाया जाय उसे बारीकी से जांच लिया जाए, ताकि हिन्दी-अंग्रेजी रूपान्तर में किसी प्रकार की कोई त्रुटि न रहे।
अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न श्रेणियों के जो भी प्रश्न स्वीकृत होते हैं, विभागों को उसके उत्तर उपलब्ध कराने होगें। झारखंड विधान सभा में अनागत प्रश्न समिति वैसे प्रश्नों से संबंधित है, जो अपरिहार्य कारणों के चलते सत्र के दौरान नहीं लिए जा सके हों। उन्होंने विभागों के वरीय पदाधिकारियों को विधान सभा के आश्वासन समिति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि मंत्रियों द्वारा दिये गये आश्वासनों को बारीकी से जांंच लें। वर्तमान में 323 आश्वासन अभी तक लंबित हैं, विभाग त्वरित गति से इनका निपटारा करें। साथ ही कहा कि 512 निवेदन के उत्तर अब-तक अप्राप्त हैं, यदि सदस्यों के निवेदन के उत्तर ससमय प्राप्त नहीं होते है, तो यह एक अच्छी परिपाटी नहीं मानी जायेगी।
अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि राज्य के विभिन्न बोर्ड और निगमों को भी निर्देशित कर दें कि वे अपने प्रतिवेदनों को जिन्हें सत्र के दौरान उपस्थापित किया जाना है, उसे ससमय सभा सचिवालय के सुपुर्द कर दें। झारखंड विधान सभा एवं पुराने विधान सभा के आवासीय परिसर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से यथोचित पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने को भी कहा गया। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड विधान सभा में प्रवेश करने वाले वाहनों की भी सुरक्षा बल जांच कर लें।
बैठक में सुखदेव सिंह, मुख्य सचिव, झारखंड सरकार, अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव, वित्त विभाग, नलिन कुमार, प्रधान सचिव, विधि विभाग, अरुण कुमार सिंह, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग, अविनाश कुमार सिंह, सचिव, उर्जा विभाग, सुनील कुमार, सचिव, पथ व भवन निर्माण विभाग, मुरारी लाल मीणा अपर पुलिस महानिदेशक, झारखंड के अलावा सैयद जावेद हैदर, प्रभारी सचिव, झारखंड विधान सभा एवं राजीव लोचन बक्सी, निदेशक, जनसम्पर्क विभाग सहित अन्य विभागों के वरीय पदाधिकारी, राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, रांची व किशोर कौशल, वरीय आरक्षी अधीक्षक, रांची व नौशाद आलम, एसपी, रांची ग्रामीण भी उपस्थित थे।