Deoghar: अभी अप्रैल महीना खत्म भी नहीं हुआ है कि भगवान सूर्यदेव ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सुबह आठ बजे के बाद ही गर्मी इतनी तेज हो जा रही कि लोग घरों में कैद होने पर विवश हो जा रहे हैं। दिन के 11 बजे के बाद ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। तेज धूप के साथ चल रही लू ने लोगों को परेशान कर रखा है। बढ़ती गर्मी के साथ ही भूगर्भ जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। इसके कारण अधिकतर चापानलों में पानी नहीं निकल रहा है।
गर्मी से निजात पाने के लिए लोग शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं। शीतल पेय और सत्तू और फलों के जूस की दुकानों में भीड़ उमड़ रही है। लोग तेज धूप और गर्म हवा से बचने के लिए चेेहरे को कपड़ों से ढंककर चल रहे हैं।
देसी फ्रीज की मांग बढ़ी
प्रचंड गर्मी के कारण लोग ढंडा पानी के लिए देसी फ्रीज(मिट्टी का घड़ा) की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। चढ़ते पारे और गर्मी के टूटते रिकॉर्ड के बीच ठंडा पानी और शीतल पेया के लिए मिट्टी के घड़ों के घड़ों के साथ ही फ्रीज और अन्य उपकरयों की खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि आजकल शहर हो या देहात सभी जगह बिजली की सुविधा उपलब्ध है। इसके कारण लगभग सभी घरों में फ्रीज उपलब्ध है, लेकिन मिट्टी के घड़ों की माग कम नहीं हुई है। बाजार में उपलब्ध डिजायनदार सुराही और घड़े लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।
स्कूल बच्चों को हो रही है परेशानी
प्रचंड गर्मी से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है। स्कूलों में कक्षाएं सुबह सात से 11 बजे तक संचालित हो रही है। दिन के 11 बजे छुट्टी मिलने के बाद प्रचंड धूप में बच्चों को साइकिल या पैदल घर लौटना पड़ता है। इसके कारण उन्हें चिलचिलाती धूप में काफी परेशानी होती है।
वहीं, चिकित्सक लोगों को 11 बजे के बाद शाम 4 बजे तक कड़ी धुप और लू से बचने की सलाह दे रहे हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और प्यास न लगने पर भी डिहाइड्रेशन से बचने के लिए लगातार पेय पदार्थ का प्रयोग करें।