Ranchi: ट्विटर पर बुधवार को झारखंड के युवाओं की ओर से जेएसएससी (Jharkhand Staff Selection Commission) के स्तर से समय पर एग्जाम लिए जाने का ट्रेंड लगातार चर्चा में रहा। इसे लेकर स्टूडेंट्स और स्टूडेंट्स संगठनों से जुड़े लोगों ने अपने अपने स्तर से भावनाएं साझा की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी उनका साथ दिया। उन्होंने कहा कि ट्विटर पर CONDUCT_JSSC_CGL_EXAM ट्रेंड हो रहा है। झारखंड के छात्रों में भयंकर गुस्सा है। वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। राज्य के मुखिया ने भाई, बहन और भाभी सबको राजनीति के रोजगार में सेटल कर दिया है। यदि जिंदगी के संघर्ष और भागदौड़ में कोई बेरोजगार सेटल नहीं हो पाया है तो वो है यहां का आम मेहनतकश युवा। बाबूलाल ने बेरोजगार छात्रों को आश्वस्त करते कहा कि अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ट्विटर पर बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स ने सीएम से पूछा है कि जेएसएससी के सीजीएल परीक्षा में इतनी देरी क्यों हो रही है। चुनाव से पहले इसी सीजीएल को संपन्न कराने को आप संकल्पबद्ध थे लेकिन अब क्यों नहीं। आखिर जेएसएससी कैलेंडर बार-बार क्यों फेल हो रहा है। इसी तरह की भावनाएं कई और स्टूडेंट्स ने भी जाहिर करते सवाल पूछे हैं।
(Input: HS)