New Delhi: झारखंड की हेमंत सरकार को राज्य में रेलवे के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। ये बातें केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद निशिकांत दुबे के सवाल का जवाब देते हुए कहा।
दरअसल, गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में रेलवे के विकास को लेकर प्रयासरत सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर पार्लियामेंट में बुधवार को आवाज़ उठाई। अपने लोकसभा क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों के रिडेवलपमेंट के कार्य को लेकर उन्होंने मंत्री से सवाल पूछा।
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि देश में हरित क्रांति के बाद अगर सबसे बड़ी कोई क्रांति हुई तो पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन के रिडेवलपमेंट का हो रहा है। लेकिन, हमारे गोड्डा लोकसभा के देवघर बाबाधाम में हर साल 5 करोड़ श्रद्धालु पूजा करने आते हैं,राज्य सरकार की लापरवाही के कारण सेकंड एंट्री का पैसा जो दिया है, वो कार्य नहीं हो रहा है।
सांसद ने कहा कि स्टेशन रिडेवलपमेंट में जो योजना है, वो कारगर नहीं हो पा रही है, बन नहीं पा रही है। उन्होंने संसद में सवाल किया कि राज्य सरकार के कारण जो हमारा जसीडीह और मधुपुर रेलवे स्टेशन हैं, जहां कम से कम तीन से 5 करोड़ लोग हर साल आते हैं। उसके रिडेवलपमेंट के लिये कबतक योजना होगी और ये कब तक पूरा होगा।
जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ये सच है कि देश में कई राज्य ऐसे हैं जो रेलवे के विकास में सहयोग नहीं कर रहे, झारखंड भी ऐसा ही राज्य है, जिसके राज्य सरकार द्वारा रेलवे के डेवलपमेंट में कोई दिलचस्पी नहीं है। लेकिन, फिर भी रेलवे द्वारा ऐसे स्ट्रक्चरल डिज़ाइन तैयार किया जा है कि राज्य सरकार के सहयोग के बिना भी रेलवे डेवलपमेंट का कार्य पूरा किया जा सके।