रिपोर्टः गौतम मंडल
जामताड़ाः
जामताड़ा जिले में लाखों-करोड़ों की लागत से कई भवनों का निर्माण तो हुआ लेकिन बिना इस्तेमाल किए भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है.
लाखों-करोड़ों की लागत से बनें भवन के आज के हालात महज पैसे की बर्बादी और ठेकेदारी के उदेश्य को चरितार्थ करती है. इसकी एक बानगी देखने को मिली जामताड़ा के उदलबनी मौजा में. जहां चार साल पहले बना होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर आज खंडहर के साथ साथ गोहाल में तब्दील हो चुका है.
पहाड़ी पर एकांत जगह में चार साल पहले होमगार्ड सेंटर तो बना. लेकिन सेंटर में आजतक न तो किसी प्रकार की गतिविधि देखी गई न ही उपयोग हुआ. जिस वजह से भवन की दुर्गति आज देखने लायक है.
भवन में न तो दरवाजा है न ही खिड़की. सीढ़ी भी टुट रही है. अंदर गोहाल सा नजारा. चारों ओर गोबर पसरा हुआ. शौचालय तक कबाड़ा. ट्रेनिंग सेंटर पूरी तरह खंडहर व भूतबंगला में तब्दील हो चुका है.
►क्या कहते है लोगः-
अनवर अली और रजाऊल अंसारी ने कहा कि भवन बने चार-पांच साल हो गया. लेकिन आज तक यहां कोई नहीं दिखा. भवन का इस्तेमाल नहीं करने से आज यह खंडहर में बदल गया है. लोगों ने कहा कि जब इसका इस्तेमाल ही नहीं करना था तो पैसे की बर्बादी क्यों.
►क्या कहते है जनप्रतिनिधिः-
उदलबनी पंचायत के उपमुखिया जावेद अंसारी ने कहा कि चार साल पहले उदलबनी मौजा में यह भवन होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर के नाम से बना. लेकिन देखरेख और इस्तेमाल नहीं हुआ. ऐसे में भवन बेकार साबित हो रहा है.