देवघर/सारठ:
एक जुलाई को सारठ के डाकबंगला में पुलिस अनुमंडल का अस्थाई कार्यालय खुलेगा। इसको लेकर डाकबंगला भवन का रंग-रोगन किया जा रहा है।
सारठ को अनुमंडल पुलिस का दर्जा मिलने के बाद एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह ने अपना योगदान भी दे दिया है। स्थानीय लोगों के लिए जिला परिषद द्वारा उपलब्ध डाकबंगला ऐसे वर्षों से उपेक्षित पड़ा हुआ था, लेकिन अब डाकबंगला के दिन बहुरने वाले हैं। इसलिए डाकबंगला के सभी कमरों में लाईट, पंखा, बाथरूम जो जर्जर अवस्था में था उसे नये सिरे से दुरूस्त किया जा रहा है।
कृषि मंत्री करेंगे उदघाटन:
अनुमंडल कार्यालय का विधिवत उदघाटन रविवार को कृषि मंत्री रंधीर सिंह द्वारा किया जायेगा। उदघाटन समारोह में जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, एसपी नरेन्द्र कुमार सिंह, मधुपुर एसडीओ नंदकिशोर लाल समेत सारठ पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के तीनों थाने के पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे।
अपराधिक मामलों पर लगेगा अंकुश:
सारठ अनुमंडल क्षेत्र में तीन थाना सारठ, पालाजोरी व चितरा को शामिल किया गया है। ऐसे में सारठ पुलिस अनुमंडल बनने के बाद क्षेत्र में अपराधिक घटना, महिला उत्पीड़न व खास कर साइबर अपराध पर अंकुश लगेगा। मालुम हो इन दिनोे तीनों थाना क्षेत्र में साइबर अपराधी काफी सक्रिय है और दर्जनों गांवों के सैंकड़ों युवक साइबर अपराध में संलिप्त होकर घटना को अंजाम दे रहे हैै। हंलाकि पुलिस द्वारा साइबर अपराधी के संपति की जांच को लेकर सारठ में करीब 150 साइबर अपराधी के संपति जांच की सूची अंचलाधिकारी को सोंपा गया है।
सारठ पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में है 650 गांव:
सारठ पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में करीब 650 गांव है। जिसमें सारठ थाना क्षेत्र में 280, पालाजोरी में 205 व चितरा में 165 गांव शामिल है। पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में महज तीन थाने होने से कांडों के अनुसंधान, निष्पादन व क्षेत्र की निगरानी में पुलिस को सहुलियत होगी।
क्या कहते है एसडीपीओ:
इस संदर्भ में एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस अनुमंडल का दायरा सीमित होने से मामलों के अनुसंधान, निष्पादन व अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में आसानी होगी। वही इन तीनों थाना क्षेत्र के लोगों को भी अब मधुपुर नहीं जाना होगा। वहीं आम जनता और पुलिस के बीच की दुरी भी कम होगी। ज्ञात हो कि एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह इससे पूर्व मधुपुर में पदस्थापित थे और सारठ, पालोजारी व चितरा थाने मधुपुर अनुमंडल क्षेत्र में ही था।