भरतपुर
खेरिया में शुक्रवार रात 12.30 बजे एक स्कूल संचालक और उसके दो बेटों ने आईटीआई कॉलेज डायरेक्टर के बेटे का गला रेत दिया। युवक आईटीआई कॉलेज के कमरे में सो रहा था। हमलावर उसे मरा समझकर वहां से निकल गए, लेकिन वह बच गया। लहूलुहान युवक को लगा कि उसकी मृत्यु के बाद हमलावर बच न जाएं, इसलिए उसने फर्श पर ही अपने खून से उनके नाम लिख दिए। तीनों हमलावर युवक के पड़ोसी बताए जा रहे हैं। रुदावल पुलिस ने कमरे को सील कर रखा है। जबकि, घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसएचओ मनीष शर्मा के अनुसार घायल खेरिया निवासी भानू शर्मा (20) है। रात साढ़े 12 बजे गांव के ही नवीन, सोनू व उनके पिता रामकुमार ने उसके कमरे का गेट खुलवाया। जैसे ही भानू ने दरवाजा खोला, सोनू ने उसका मुंह बांध दिया। रामकुमार और नवीन ने धारदार हथियार से उसके हाथ व गला रेत दिया। बदमाशों के जाने के बाद घायल भानू ने मदद के लिए अपने बड़े भाई राहुल को आवाज लगाई। राहुल ऊपर के ही कमरे में सो रहा था। इस दौरान भानू ने जमीन पर अपने खून से आरोपियों का नाम भी लिखा। मौके पर पहुंचे राहुल ने भानू को अस्पताल पहुंचाया। साथ ही, पुलिस और परिवार को घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि वारदात के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। दोनों में रंजिश भी नहीं बताई जा रही। आरोपी स्कूल का मालिक और घायल के पिता का आईटीआई कॉलेज है। स्कूल और आईटीआई कॉलेज अगल-बगल में हैं। पुलिस कारणों की तलाश कर रही है। घायल भानू के पिता उत्तम शर्मा ने पुलिस को बताया कि तीनों हमलावर उनके पड़ोसी हैं। इनका कॉलेज के बगल में स्कूल और घर है। नवीन से जान-पहचान होने के कारण भानू ने रात में दरवाजा खोल दिया था। हमले के बाद आरोपी जाते समय भानू का मोबाइल तोडक़र कमरे की बिजली बंद कर गए।
फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों की तलाश में जुटी है। उनके परिजनों और परिचितों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, दोस्तों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। इससे जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो सके। वहीं घायल भानू का इलाज चल रहा है। भानू के गले में गहरे कट का निशान है।