Ranchi: झारखंड की नई खेल नीति (Jharkhand’s new sports policy) लांच करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निजी क्षेत्र से खेल के क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आने की अपील की है। अगले पांच साल के लिए लांच की गई इस नीति में खिलाड़ियों को छह हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति, पूर्व खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये तक मासिक पेंशन, खेल प्रशिक्षकों को 10 लाख रुपये तक की सम्मान राशि जैसी घोषणाएं की गई हैं।
झारखंड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का गठन
नई पॉलिसी में खिलाड़ियों के कल्याण के लिए झारखंड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड के गठन का प्रावधान किया गया है। खेल प्रतिभाओं की पहचान के लिए खोज प्रतियोगिता का आयोजन होगा। राज्य में खिलाड़ियों के लिए जयपाल सिंह मुंडा खेल पुरस्कार तथा खेल प्रशिक्षकों के लिए झारखंड खेल पुरस्कार योजना की शुरूआत होगी। स्कूलों में खेल शिक्षकों की बहाली की जायेगी और इसमें खिलाड़ियों को प्राथमिकता मिलेगी।
पॉलिसी में खिलाड़ियों के जज्बे को आगे बढ़ाने की योजना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नीति लांच करते हुए कहा कि झारखंड के बच्चों ने कई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया है और मेडल्स जीतकर राज्य एवं देश का नाम रोशन किया है। हमारे बच्चे बहुत ही सीमित संसाधनों में अपनी तैयारी करते हैं और देश में नंबर वन खिलाड़ी के रूप में उभरते हैं। नई खेल पॉलिसी में खिलाड़ियों के इसी जज्बे को आगे बढ़ाने की योजना है।
इस मौके पर राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इन्हें सम्मान के रूप में 15 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी गई। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही विभाग के पदाधिकारियों को न्यूनतम प्रोत्साहन राशि 50 हजार रुपये करने के निर्देश दिए।